लूट और जानलेवा हमला: अमलेश्वर में दो गिरफ्तार, एक फरार
आरोपियों की गिरफ्तारी और बरामदगी अपराध की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई

दुर्ग, 31 मई, 2025
अमलेश्वर पुलिस ने 27 मई, 2025 को हुई एक क्रूर लूट और जानलेवा हमले के दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना में पीड़ित मोहित कोल ने लुटेरों का विरोध करने पर कैंची से जानलेवा हमला झेला। पुलिस ने एक इनफिनिक्स मोबाइल फोन, 2,000 रुपये नकद, हमले में इस्तेमाल की गई कैंची और अपराधियों द्वारा इस्तेमाल की गई होंडा डियो स्कूटर (CG-04-MZ-1105) बरामद की है। एक सह-आरोपी अभी भी फरार है।
यह घटना 27 मई, 2025 को उस समय हुई जब मोहित कोल अपने छोटे भाई रोहित कोल के साथ जामगांव एम देशी शराब भट्ठी से शराब लेकर अपनी मोटरसाइकिल से घर लौट रहे थे। उनकी मोटरसाइकिल की चेन टूट गई, जिसके कारण उन्हें वाहन को धकेलना पड़ा। मोहित, थककर, मुरूम खदान भाठागांव कापसी के पास नहर पुलिया के पास बैठ गए, जबकि रोहित मोटरसाइकिल को धकेलते हुए घर चले गए।
दोपहर लगभग 2:15 बजे, एक लाल और काले रंग की स्कूटी पर सवार तीन व्यक्ति मोहित के पास आए। इनमें से दो संदिग्ध नीचे उतरे, जबकि तीसरा स्कूटर पर ही बैठा रहा। दोनों व्यक्तियों ने मोहित का इनफिनिक्स मोबाइल फोन छीनने की कोशिश की। जब मोहित ने विरोध किया, तो हमलावरों में से एक ने पीछे से उसका हाथ पकड़ लिया, जबकि दूसरे ने अपनी जेब से एक तेज, चाकू जैसा हथियार निकाला और मोहित के पेट में और उसकी बाईं कमर के ऊपर जानलेवा हमला किया। लुटेरों ने मोहित का इनफिनिक्स फोन और उसकी शर्ट की जेब से 2,000 रुपये लूट लिए और फिर झीट की ओर भाग गए।
मोहित घटनास्थल पर बेहोश पड़े रहे। उन्हें शाम 4:30 बजे से 5:00 बजे के बीच होश आया और वह एक मोटरसाइकिल पर लिफ्ट लेकर झीट तक पहुंचे, जहां से वह पैदल घर गए। घर पहुंचने पर, उन्होंने अपनी पत्नी किरण कोल को घटना के बारे में बताया। थोड़ी देर बाद, ठेकेदार उमेश प्रजापति और उनके साथी पूरन साहू मोहित को झीट अस्पताल ले गए। उनकी चोटों की गंभीरता के कारण, उन्हें इलाज के लिए रायपुर के मेकाहारा अस्पताल रेफर कर दिया गया।
मोहित कोल की रिपोर्ट के आधार पर, आईपीसी की धारा 311 बीएनएस (पुरानी आईपीसी की धारा 307 - हत्या का प्रयास और धारा 394 - लूट करते समय स्वेच्छा से चोट पहुंचाना के अनुरूप) के तहत अपराध संख्या 54/25 के रूप में एक मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई।
आरोपियों की गिरफ्तारी और बरामदगी
अपराध की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। दो मुख्य आरोपी, नोहर लाल सोनकर उर्फ नितिन (23) निवासी मुडरा, मुजगहन, रायपुर, और राजू सिन्हा उर्फ बाबू सिन्हा (23) निवासी शीतला चौक, भाठागांव, रायपुर, को गिरफ्तार कर लिया गया। बरामद की गई वस्तुओं में अपराध में इस्तेमाल की गई कैंची, होंडा डियो स्कूटर, लूटा गया मोबाइल फोन और 2,000 रुपये नकद शामिल हैं। सभी वस्तुएं गवाहों की उपस्थिति में जब्त की गईं।
फरार आरोपी की तलाश जारी
तीसरा सह-आरोपी, चंदू ध्रुव, अभी भी फरार है, और उसे जल्द ही पकड़ने के लिए तलाशी अभियान जारी है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
यह सफल अभियान एसडीओपी पाटन और थाना प्रभारी अमलेश्वर, उप-निरीक्षक रामनारायण सिंह ध्रुव के मार्गदर्शन में, आरक्षक 1237 कुलेश्वर साहू, आरक्षक 1705 गौकरण बघेल, आरक्षक 1423 अजय सिंह, और आरक्षक 320 हसन अली सहित एक समर्पित टीम के साथ चलाया गया, जिन्होंने जांच और गिरफ्तारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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