सीबीआई ने ईडी के उप निदेशक को ₹20 लाख की रिश्वतखोरी के आरोप में किया गिरफ्तार
रघुवंशी को राउत से रिश्वत की पहली किश्त लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया।

नई दिल्ली, 30 मई (पीटीआई)
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के उप निदेशक (डिप्टी डायरेक्टर) को ओडिशा में ₹20 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी।
क्या है पूरा मामला?
सीबीआई ने भुवनेश्वर में ईडी कार्यालय में पदस्थ उप निदेशक अभिज्ञान रघुवंशी को गिरफ्तार किया है। रघुवंशी पर एक व्यवसायी रतिकंता राउत से ₹5 करोड़ की रिश्वत मांगने का आरोप है। रतिकंता राउत एक खनन व्यवसायी हैं और उनके खिलाफ ईडी के एक मामले में "राहत" देने के एवज में यह रिश्वत मांगी गई थी।
सीबीआई की जाल बिछाकर कार्रवाई:
सीबीआई ने जानकारी मिलने के बाद जाल बिछाकर ऑपरेशन को अंजाम दिया। इसी दौरान रघुवंशी को राउत से रिश्वत की पहली किश्त लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया।
सीबीआई एफआईआर के अनुसार, राउत ने मार्च में भुवनेश्वर में ईडी कार्यालय में रघुवंशी से शिकायत दर्ज कराई थी। रघुवंशी ने राउत को अपने चैंबर में बुलाया और उसे मामले में "राहत" दिलाने के लिए उनसे ₹5 करोड़ की मांग की। एफआईआर में कहा गया है कि "तब से, वह राउत के संपर्क में था और रघुवंशी को पैसे देने के लिए उस पर दबाव डाल रहा था।
एफआईआर में आगे बताया गया है कि 27 मई को भगत नामक एक व्यक्ति ने कथित तौर पर रघुवंशी से मुलाकात की और ₹5 करोड़ की मांगी गई रकम को "अटैच न करने, मामले को निपटाने और अपने अस्पताल में उसका इलाज कराने" के लिए कहा।
हालांकि, राउत ने इतनी बड़ी रकम देने में अपनी असमर्थता व्यक्त की। इसके बाद भगत ने रघुवंशी को इसकी जानकारी दी, जिन्होंने कथित तौर पर रिश्वत की राशि घटाकर ₹2 करोड़ कर दी।
सीबीआई इस मामले में आगे की जांच कर रही है।
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