
छत्तीसगढ़: नक्सलियों के स्मारक ध्वस्त, उन्मूलन में तेजी
नक्सल विरोधी अभियान
छत्तीसगढ़ में केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त ऑपरेशन ने नक्सलियों की कमर तोड़ दी है। बीजापुर और सुकमा जिलों के ईदेर और इंगुम जंगलों में सुरक्षा बलों ने चार नक्सली स्मारकों को ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई नक्सलियों के प्रभाव को कम करने और उनके प्रतीकों को मिटाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
आत्म-समर्पण और गिरफ्तारी
नक्सल विरोधी अभियान के तहत अब तक सैकड़ों नक्सली या तो आत्म-समर्पण कर चुके हैं या गिरफ्तार किए गए हैं। कई मुठभेड़ों में नक्सली मारे भी गए हैं। सुरक्षा बलों की इस रणनीति ने नक्सली संगठनों को कमजोर किया है, जिससे उनके मनोबल पर गहरा असर पड़ा है। जवान न केवल नक्सलियों को निशाना बना रहे हैं, बल्कि उनके प्रचार और स्मारकों को भी नष्ट कर रहे हैं।

स्मारकों का ध्वस्तीकरण
ईदेर और इंगुम जंगलों में नक्सलियों द्वारा बनाए गए स्मारक उनके प्रभाव और प्रचार का हिस्सा थे। इन स्मारकों को ध्वस्त करके सुरक्षा बलों ने नक्सलियों को स्पष्ट संदेश दिया है कि उनके प्रतीकों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह कार्रवाई नक्सलियों के मनोबल को तोड़ने और स्थानीय लोगों में विश्वास जगाने में महत्वपूर्ण है।
भविष्य की रणनीति
छत्तीसगढ़ पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बल अब नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में और सघन अभियान चलाने की योजना बना रहे हैं। स्थानीय लोगों को नक्सलियों के खिलाफ जागरूक करने और विकास कार्यों को बढ़ावा देने पर भी ध्यान दिया जा रहा है। यह संयुक्त प्रयास नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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