
मोहन नगर पुलिस और STF की बड़ी कार्रवाई: फर्जी दस्तावेज बनाकर वर्षों से छत्तीसगढ़ में रह रहीं दो बांग्लादेशी महिलाएं गिरफ्तार
दुर्ग, 24 मई 2025
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के मोहन नगर थाना क्षेत्र में फर्जी दस्तावेजों के सहारे आठ वर्षों से अवैध रूप से रह रहीं दो बांग्लादेशी महिलाओं को स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और स्थानीय पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार महिलाओं की पहचान सनाया नूर उर्फ सपना शर्मा और खुशबू बेगम उर्फ रानी पासवान के रूप में हुई है।

पुलिस जांच में सामने आया कि दोनों महिलाएं लगभग 15 साल पहले भारत-बांग्लादेश सीमा को अवैध रूप से पार कर भारत में दाखिल हुई थीं। बीते 8 वर्षों से वे छत्तीसगढ़ के रायपुर और दुर्ग क्षेत्रों में फर्जी भारतीय पहचान के साथ रह रही थीं। इसके लिए इन्होंने आधार कार्ड, पेन कार्ड, मतदाता परिचय पत्र और बैंक पासबुक जैसे दस्तावेज भी कूटरचित तरीके से तैयार कर रखे थे।
सनाया नूर, मूल रूप से दीनाजपुर जिले (बांग्लादेश) की निवासी है, जो सपना शर्मा के नाम से रह रही थी। उसने 2019 में एक भारतीय पुरुष को पति दिखाकर फर्जी पहचान पत्र बनवाए थे और इंटरनेट के माध्यम से बांग्लादेश के कई नंबरों से लगातार संपर्क में थी। वहीं, खुशबू बेगम, जो भी दीनाजपुर की निवासी है, रानी पासवान के नाम से पहचान छुपाकर विभिन्न राज्यों में फर्जी जन्मतिथि और पहचान से दस्तावेज बनवाती रही।
दोनों महिलाओं के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराएं 318(4), 319(2), 336(3), 3(5) सहित विदेशी नागरिक अधिनियम 1946, पासपोर्ट अधिनियम 1967, और भारत में प्रवेश पासपोर्ट अधिनियम 1920 के तहत थाना मोहन नगर में अपराध क्रमांक 219/2025 दर्ज कर विवेचना की जा रही है।
पुलिस अब इन फर्जी दस्तावेजों के निर्माण में शामिल अन्य व्यक्तियों की पहचान कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई कर रही है।
गिरफ्तार महिलाएं:
सनाया नूर उर्फ सपना शर्मा, निवासी दीनाजपुर, बांग्लादेश
खुशबू बेगम उर्फ रानी पासवान, निवासी दीनाजपुर, बांग्लादेश
इस महत्वपूर्ण कार्रवाई में थाना प्रभारी मोहन नगर एवं STF टीम की सक्रिय और सराहनीय भूमिका रही है। छत्तीसगढ़ में अवैध विदेशी नागरिकों के विरुद्ध अभियान लगातार जारी है।
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