
दुर्ग में धर्म परिवर्तन विवाद: पूर्व में गिरफ्तार ननों की दूसरी बार जमानत याचिका खारिज, जांच जोरों पर
दुर्ग, 30 जुलाई 2025:
दुर्ग रेलवे स्टेशन पर एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें बस्तर क्षेत्र के नारायणपुर की तीन लड़कियों को बहला-फुसलाकर आगरा ले जाने का आरोप लगा है। इस मामले में धर्म परिवर्तन और मानव तस्करी की आशंका जताई गई है। जीआरपी थाना भिलाई में इस संबंध में एक प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की गई है, और जांच शुरू कर दी गई है।
शिकायत और प्राथमिकी दर्ज
जीआरपी चौकी दुर्ग में तैनात आरक्षक 318 बंका प्रसाद ने बताया कि 25 जुलाई 2025 को सुबह करीब 8:30 बजे, सुपेला भिलाई निवासी रवि निगम (35 वर्ष) ने लिखित शिकायत दर्ज की। शिकायत में कहा गया कि नारायणपुर की तीन लड़कियों को एक व्यक्ति द्वारा दुर्ग रेलवे स्टेशन लाया गया और उन्हें दो ईसाई नन, प्रीति मेरी और बंदना फ्रांसिस, को सौंपकर आगरा ले जाया जा रहा था। रवि निगम ने इस घटना में धर्म परिवर्तन और मानव तस्करी की आशंका जताई।
शिकायत के आधार पर जीआरपी थाना भिलाई में अपराध क्रमांक 00/25 के तहत धारा 143 बीएनएस और छत्तीसगढ़ धर्म स्वतंत्रता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। प्राथमिकी की प्रति माननीय न्यायालय को भेजी गई है, और विवेचना शुरू कर दी गई है।
आरोप और आशंकाएं
शिकायतकर्ता रवि निगम ने अपने आवेदन में बताया कि तीनों लड़कियों को बहला-फुसलाकर रेलवे स्टेशन लाया गया, जहां उन्हें दो नन के हवाले किया गया। उनका दावा है कि यह घटना धर्म परिवर्तन और मानव तस्करी से जुड़ी हो सकती है। इस मामले ने स्थानीय समुदाय में हड़कंप मचा दिया है, और लोग इसकी गंभीरता को लेकर चर्चा कर रहे हैं।

कानूनी कार्रवाई और जांच
जीआरपी थाना प्रभारी ने बताया कि शिकायत के आधार पर तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी गई है। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद मामले की गहन जांच की जा रही है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या यह घटना वास्तव में धर्म परिवर्तन या मानव तस्करी से संबंधित है। साथ ही, तीनों लड़कियों और संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान और उनके इरादों की जांच की जा रही है।
याचिका खारिज होने का इतिहास
रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले में पहले भी याचिका दायर की गई थी, जो दूसरी बार खारिज हो चुकी है। हालांकि, इस बार दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस ने जांच को तेज कर दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह के मामलों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
स्थानीय समुदाय की प्रतिक्रिया
इस घटना ने दुर्ग और आसपास के क्षेत्रों में लोगों का ध्यान खींचा है। कई सामाजिक संगठनों ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है। लोगों का कहना है कि बस्तर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों से आने वाली लड़कियों के साथ इस तरह की घटनाएं चिंताजनक हैं।
पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे इस मामले में किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें और जांच में सहयोग करें। इस मामले में अगली सुनवाई और जांच के नतीजों का इंतजार किया जा रहा है।
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